आजकल मल्टीविटामिन्स लेना काफी सामान्य हो चुका है। दरअसल, मल्टीविटामिन के फायदे के लिए लोग उन्हें अपने डेली रूटीन का हिस्सा बनाने लगे हैं। अभी के वक्त में सिर्फ डाइट से सभी जरूरी पोषण मिले यह जरूरी नहीं है। ऐसे में मल्टीविटामिन्स काफी फायदेमंद होते हैं। हालांकि, कई बार लोगों के मन में यह सवाल भी आता है कि मल्टीविटामिन सुरक्षित है या नहीं। खासतौर से, मल्टीविटामिन रोज लेना सही है या नहीं।
तो आज के हमारे इस खास आर्टिकल में हम मल्टीविटामिन रोज लेना सुरक्षित है या नहीं, इस बारे में जानकारी दे रहे हैं। यह ब्लॉग रोजाना मल्टीविटामिन के उपयोग, सुरक्षा प्रतिबंधों और खुराक से जुड़े आम सवालों के बारे में जानकारी दे रहा है ताकि आपको सूचित और सही निर्णय लेने के लिए आवश्यक सभी जानकारी मिल सके। तो इस खास आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।
सूची:
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जानिए मल्टीविटामिन क्या है और लोग इसे डेली क्यों लेते हैं
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जानिए डेली मल्टीविटामिन का उपयोग करना कितना सुरक्षित है
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जानिए क्या मल्टीविटामिन्स का लंबे वक्त तक लेने से नुकसान पहुंचा सकता है
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जानिए डेली मल्टीविटामिन उपयोग के लिए रेकमेंडेड खुराक क्या हैं
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कैसे जानें कि आपको सचमुच हर दिन मल्टीविटामिन की जरूरत है?
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क्या दवाओं के साथ मल्टीविटामिन लेने में कोई जोखिम है?
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ज्यादा मात्रा में लेने से क्या नुकसान हो सकता है?
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मल्टीविटामिन के सुरक्षित उपयोग के लिए विशेषज्ञ सुझाव क्या हैं?
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लाइफस्टाइल का मल्टीविटामिन की सेफ्टी पर क्या असर होता है?
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किन लोगों को मल्टीविटामिन लेने की जरूरत होती है?
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क्या मल्टीविटामिन डेली उपयोग के लिए सुरक्षित हैं?
जानिए मल्टीविटामिन क्या है और लोग इसे डेली क्यों लेते हैं
मल्टीविटामिन ऐसे सप्लीमेंट्स हैं जो ओवरऑल हेल्थ को सपोर्ट करने के लिए बनाए गए हैं और विटामिन, मिनरल्स और कभी-कभी अन्य इंग्रेडिएंट्स के कॉम्बिनेशंस से बने होते हैं। इनमें कई जरूरी विटामिन और मिनरल्स शामिल होते हैं, जैसे: विटामिन A, B-कॉम्प्लेक्स, C, D, E और K, मिनरल्स (Minerals) जैसे आयरन, जिंक, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सेलेनियम आदि।
इनका उपयोग अक्सर कई उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जैसे कि एनर्जी को बढ़ावा देना, विटामिन की कमी को रोकना, स्वस्थ त्वचा, बाल और हेल्दी नाखून और इम्यून सिस्टम को बेहतर करना। वे उन लोगों के बीच भी लोकप्रिय हैं जो स्पेसिफिक डाइट या जीवनशैली का पालन करते हैं जो उन्हें आवश्यक सभी पोषक तत्व प्रदान नहीं कर सकते हैं। इनका उद्देश्य है आपकी आहार संबंधी कमियों को पूरा करना, न कि भोजन का विकल्प बनना।
जानिए डेली मल्टीविटामिन का उपयोग करना कितना सुरक्षित है
नियमित मल्टीविटामिन के उपयोग की सुरक्षा मल्टीविटामिन के प्रकार, व्यक्ति के स्वास्थ्य, किसी मेडिकल कंडीशन और खुराक पर निर्भर करते हैं। अधिकांश स्वस्थ लोगों के लिए, रेकमेंडेड खुराक में एक बार दैनिक रूप से मल्टीविटामिन लेना आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है। हालाँकि, सुरक्षा समस्याएँ तब उत्पन्न होती हैं जब उपयोगकर्ता सुझाई गई अधिकतम सीमा से अधिक खुराक लेते हैं या डॉक्टर के पर्चे यानी प्रिस्क्रिप्शन के बिना दवाओं के साथ मल्टीविटामिन मिलाते हैं। सामान्य रूप से मल्टीविटामिन्स को रोजाना लेने में कोई खतरा नहीं है, अगर आप सही खुराक में लेते हैं। लेकिन याद रखें, कोई भी चीज जरूरत से ज्यादा लेना हानिकारक हो सकता है।
जानिए क्या मल्टीविटामिन्स का लंबे वक्त तक लेने से नुकसान पहुंचा सकता है
मल्टीविटामिन का लंबे समय तक इस्तेमाल हानिकारक नहीं होता, बशर्ते इसे सही तरीके और सही खुराक में लिया जाए। लेकिन समस्या तब हो सकती है जब शरीर में किसी खास विटामिन या मिनरल्स का बहुत ज्यादा संचय हो जाता है। उदाहरण के लिए, विटामिन ए, आयरन या विटामिन डी की लगातार अधिकता विषाक्तता का कारण बन सकती है, जो मतली से लेकर ज्यादा गंभीर प्रभाव तक कुछ भी दिखा सकती है।
स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा रेकमेंडेड लिमिटेड सीमा को ध्यान में रखना चाहिए और उससे ज्यादा डोज लेने से बचने के लिए सावधानी बरतना जरूरी है। ये प्रतिबंध कई पोषक तत्वों के लिए लगाए गए हैं ताकि दीर्घकालिक अति उपभोग के हानिकारक प्रभावों को रोका जा सके।
जानिए डेली मल्टीविटामिन उपयोग के लिए रेकमेंडेड खुराक क्या हैं
डेली रेकमेंडेड मात्रा या खुराक उम्र, जेंडर, स्वास्थ्य और गर्भावस्था सहित जीवन के चरणों के आधार पर भिन्न होती है।
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बच्चों, वयस्कों, पुरुषों और महिलाओं की जरूरतें अलग होती हैं।
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उदाहरण: महिलाओं को आयरन की ज्यादा जरूरत होती है, जबकि बुज़ुर्गों को विटामिन D और B12 ज़्यादा चाहिए।
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ज्यादातर मल्टीविटामिन सप्लीमेंट्स की डेली डोज़ 1 टैबलेट/कैप्सूल होती है।
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इसे खाने के बाद लेना बेहतर होता है ताकि शरीर अच्छे से अवशोषित कर सके।
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हर ब्रांड की टैबलेट में पोषक तत्वों की मात्रा अलग हो सकती है।
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पैक पर Daily Recommended Allowance (RDA) के अनुसार खुराक दी होती है – उसे फॉलो करें।
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विटामिन A, D, E और K ज्यादा लेने से टॉक्सिसिटी हो सकती है।
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लिवर और किडनी पर असर पड़ सकता है।
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बेहतर है मल्टीविटामिन की मात्रा के लिए केमिस्ट या डॉक्टर से पूरी जानकारी लें।
कैसे जानें कि आपको सचमुच हर दिन मल्टीविटामिन की जरूरत है?
आपको रोजाना मल्टीविटामिन लेने की जरूरत है या नहीं, यह आपके आहार और खास स्वास्थ्य जरूरतों पर निर्भर करता है। अगर आपका डाइट संतुलित है और उसमें बहुत सारे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, मेवे और बीज शामिल हैं, तो हो सकता है कि आपको पहले से ही भोजन से ही पर्याप्त पोषक तत्व मिल रहे हों। हालांकि, आहार प्रतिबंध, स्पेसिफिक मेडिकल कंडीशन, उम्र के साथ विटामिन अवशोषण में कमी या बढ़ती पोषण संबंधी जरूरतें, सप्लीमेंट आहार को फायदेमंद बना सकती हैं।
किसी मेडिकल प्रोफेशनल से सलाह लेना सबसे अच्छा उपाय है। वे यह सलाह देने से पहले कि आपके लिए रोजाना मल्टीविटामिन लेना उपयुक्त है या नहीं, आपकी पोषण संबंधी स्थिति का आकलन करने के लिए ब्लड टेस्ट की सलाह दे सकते हैं।
क्या दवाओं के साथ मल्टीविटामिन लेने में कोई जोखिम है?
यह सच है कि कुछ विटामिन और मिनरल्स, डॉक्टर के पर्चे पर मिलने वाली या बिना डॉक्टर के पर्चे के मिलने वाली दवाओं के साथ इंटरफेयर कर सकते हैं, जिससे वे कम प्रभावी हो जाते हैं या प्रतिकूल दुष्प्रभाव पैदा करते हैं।
आम उदाहरणों में विटामिन K का ब्लड थिन करने वाली दवाओं के साथ इंटरफेयर करना या हाई मैग्नीशियम स्तर का विशिष्ट एंटीबायोटिक दवाओं के अवशोषण को प्रभावित करना शामिल है। अप्रत्याशित इंटररिएक्शन से बचने के लिए अपने हेल्थ केयर एक्सपर्ट को आपके द्वारा लिए जाने वाले सभी सप्लीमेंट्स के बारे में बताना जरूरी है।
ज्यादा मात्रा में लेने से क्या नुकसान हो सकता है?
कुछ विटामिन्स और मिनरल्स की अधिक मात्रा लेने से साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं:
उदाहरण:
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विटामिन A की अधिकता: सिरदर्द, लीवर पर असर
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विटामिन D की अधिकता: उल्टी, किडनी में समस्या का कारण बन सकता है
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आयरन की अधिकता: पेट दर्द, थकान की परेशानी का कारण बन सकता है
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जिंक की अधिकता: इम्युनिटी को कम कर सकता है।
इसे विटामिन ओवरडोज या न्यूट्रिएंट टॉक्सिसिटी कहा जाता है।
मल्टीविटामिन के सुरक्षित उपयोग के लिए विशेषज्ञ सुझाव क्या हैं?
विशेषज्ञ निम्नलिखित महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित मल्टीविटामिन उपयोग की सलाह देते हैं:
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प्रीमियम प्रोडक्ट चुनें: ऐसे विश्वसनीय प्रोडक्ट्स की तलाश करें जो थर्ड पार्टी द्वारा परीक्षण करते हों और ट्रांसपेरेंट सामग्री सूची रखते हों। केवल विश्वसनीय ब्रांड का ही चयन करें (FSSAI या आयुष प्रमाणित)
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रेकमेंडेड खुराक का पालन करें: निर्माता द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें और आवश्यकता से अधिक सप्लीमेंट लेने से बचें। साथ ही एक साथ कई सप्लीमेंट्स ना लें जिनमें एक ही तत्व हों।
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अपने स्वास्थ्य पर नजर रखें: किसी भी अजीब लक्षण पर नजर रखें और अपने चिकित्सक को बताएं।
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आहार संतुलन बनाए रखने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर आहार के साथ सप्लीमेंट का उपयोग करें, न कि सप्लीमेंट्स को डाइट के रूप में।
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डेट चेक करें: कोई भी सप्लीमेंट्स खरीदते वक्त डेट जरूर चेक करें। दवा बनने की और उसे कब तक उपयोग कर सकते हैं यानी लेबल पढ़ें और एक्सपायरी डेट चेक करें।
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डॉक्टर से सलाह: किसी भी दवा के साथ सप्लीमेंट्स लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
लाइफस्टाइल का मल्टीविटामिन की सेफ्टी पर क्या असर होता है?
मल्टीविटामिन सुरक्षा कई तरह के जीवनशैली कारकों से प्रभावित हो सकती है, जैसे शारीरिक गतिविधि, खाने की गुणवत्ता, मेडिकल कंडीशन, और विशिष्ट पर्यावरणीय प्रदूषकों के संपर्क में आना। उदाहरण के लिए, शारीरिक रूप से एक्टिव लोगों को ज्यादा विटामिन और मिनरल्स की आवश्यकता हो सकती है, और कुछ चिकित्सा स्थितियों में विशेष पोषक तत्वों के लिए कुछ प्रतिबंध की जरूरत हो सकती है।
इसलिए, एक व्यक्तिगत दृष्टिकोण अपनाना सबसे अच्छा है, जिसमें जीवनशैली के कारकों पर विचार किया जाता है, और डेली मल्टीविटामिन का सेवन इस व्यक्तिगत दृष्टिकोण के अनुरूप होना चाहिए।
किन लोगों को मल्टीविटामिन लेने की जरूरत होती है?
मल्टीविटामिन्स विशेष रूप से ऊं व्यक्तियों के लिए मददगार होते हैं:
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कामकाजी लोग जो समय पर सही खाना नहीं खा पाते हैं।
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शाकाहारी/वीगन जिनमें विटामिन B12 या आयरन की कमी होती है।
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बुजुर्गों को विटामिन D और कैल्शियम की जरूरत होती है।
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गर्भवती महिलाओं के लिए फोलिक एसिड की जरूरत हो सकती हैं।
क्या मल्टीविटामिन डेली उपयोग के लिए सुरक्षित हैं?
मल्टीविटामिन को समझदारी और सावधानी से लेने से आप अपने स्वास्थ्य को नियमित रूप से बनाए रख सकते हैं। ज्यादातर लोगों के लिए, निर्देशानुसार रोजाना लिया जाने वाला मल्टीविटामिन पोषण संबंधी कमियों को पूरा करने में मदद कर सकता है और सुरक्षित भी है। हालाँकि, अगर सुरक्षित सीमा पार कर ली जाए या कोई मेडिकल कंडीशन को अनदेखा किया जाए तो जोखिम हो सकता है।
सबसे जरूरी बात यह है कि जानकारी के साथ, नियमित रूप से मल्टीविटामिन लें। सप्लीमेंट्स को पौष्टिक आहार के साथ मिलाएँ, अपने शरीर की खास जरूरतों का ध्यान रखें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह लें ताकि मल्टीविटामिन्स का सुरक्षित और आत्मविश्वास से लाभ उठाया जा सके। हलांकि, यह ध्यान जरूर रखें कि मल्टीविटामिन सप्लिमेंट्स हैं और इसलिए इन्हें डेली पौष्टिक आहार का रीप्लेसमेंट बिल्कुल न समझें। सही मल्टीविटामिन के साथ सही और कम्प्लीट, बैलेन्स डाइट भी जरूरी है।