बेहतर रिजल्ट के लिए व्हे प्रोटीन का सेवन करने का सबसे अच्छा समय- Best Time to Drink Whey Protein for Maximum Results In Hindi

बेहतर रिजल्ट के लिए व्हे प्रोटीन का सेवन करने का सबसे अच्छा समय- Best Time to Drink Whey Protein for Maximum Results In Hindi

आजकल लोग अपने हेल्थ और फिटनेस को लेकर काफी ज्यादा सतर्क हो चुके हैं। दरअसल, इस भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के लिए दूसरों के लिए तो क्या अपने लिए ही वक्त नहीं रहता है। लोग अपने ही सेहत का सही से ध्यान ही नहीं रखते हैं, जिस कारण कम उम्र में ही कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने लगती है। ऐसे में जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है लोग अपने हेल्थ को लेकर केयरफुल होने लगे हैं। 

हेल्दी डाइट, फिजिकल एक्टिविटी इन सब तरीकों में अपना ध्यान लगाने लगे हैं। हालांकि, कई बार हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज काफी नहीं होता है। कभी-कभी तो महीनों-महीनों भर से लेकर साल भर तक स्वास्थ्य पर असर नहीं दिखता है। जिस कारण कई बार लोग डिमोटिवेट भी हो जाते हैं। ऐसे में सही डाइट और फिजिकल एक्टिविटी के साथ-साथ एक सही सप्लीमेंट लेना भी जरूरी है। 'व्हे प्रोटीन' सप्लीमेंट भी उन्हीं में से एक है। 

आज के वक्त में 'व्हे प्रोटीन सप्लीमेंट्स' फिटनेस प्रेमियों, एथलीट्स और हेल्थ को स्वस्थ रखने वाले लोगों के लिए एक पॉपुलर सप्लीमेंट बन चुका है। व्हे प्रोटीन सप्लीमेंट्स के फायदों को बढ़ाने के लिए, इनको सही समय पर लेना जरूरी है। ऐसे में हमारे इस खास आर्टिकल में हम 'व्हे प्रोटीन सप्लीमेंट्स' लेने के सही टाइम के बारे में जानकारी दे रहे हैं। तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें। 

विषय सूची:

  • जानिए व्हे प्रोटीन का सेवन कब करें - When to drink whey protein In Hindi

  • जानिए व्हे प्रोटीन के प्रकार और कौन-सा व्हे प्रोटीन किसके लिए आइडियल है 

  • निष्कर्ष 

 

  1. वर्कआउट के बाद : मसल्स की रिकवरी और ग्रोथ के लिए

व्हे प्रोटीन लेने का सबसे अच्छा समय वर्कआउट के तुरंत बाद का होता है। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग या एक्सरसाइज के बाद मांसपेशियों पर काफी प्रभाव पड़ता है। ऐसे में व्हे प्रोटीन आवश्यक अमीनो एसिड, विशेष रूप से ल्यूसीन प्रदान करता है, जो मांसपेशियों में प्रोटीन सिंथेसिस को स्टिमुलेट करने के साथ-साथ मसल रिकवरी को भी तेज करता है। 

फायदे:

  • जल्दी मसल रिकवरी के लिए जल्दी शरीर में अब्जॉर्ब यानी अवशोषित हो जाता है 

  • मांसपेशियों के दर्द को कम करता है

  • मांसपेशियों की ग्रोथ को बढ़ाता है

टाइम: 

  • वर्कआउट के 30 से 60 मिनट बाद 

 

  1. प्री-वर्कआउट: वर्कआउट परफॉरमेंस को बेहतर करने के लिए और मांसपेशियों के ब्रेकडाउन को रोकें

वर्कआउट से पहले व्हे प्रोटीन लेने से आपकी मांसपेशियों को लगातार अमीनो एसिड मिलती रहती है, जिससे वर्कआउट के दौरान अपचय यानी काटाबॉलिज्म (मांसपेशियों का टूटना) कम हो जाता है। यह बेहतर सहनशक्ति और ताकत के लिए लगातार एनर्जी देने का स्रोत भी प्रदान करता है।

फायदे:

  • मांसपेशियों का टूटना कम करता है

  • लगातार एनर्जी देता है

  • वर्कआउट परफॉरमेंस को बढ़ाता है

टाइम: 

  • वर्कआउट के 30 से 45 मिनट पहले 

 

  1. सुबह: मेटाबॉलिज्म को बेहतर करे और मांसपेशियों के नुकसान को रोके

रातभर के लंबे फास्टिंग के बाद, आपका शरीर कैटोबोलिक अवस्था में होता है, जिसका मतलब है कि पोषक तत्वों की कमी के कारण मांसपेशियां प्रभावित हो सकती है। सुबह व्हे प्रोटीन लेने से अमीनो एसिड के लेवल को रिस्टोर करने में मदद मिलती है, मांसपेशियों के सिंथेसिस को उत्तेजित किया जाता है और चयापचय यानी मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा मिलता है।

फायदे:

  • मांसपेशियों के नुकसान को रोकता है

  • मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है

  • हेल्दी डाइट के साथ लिए जाने पर फैट लॉस में मदद मिलती है

टाइम:

जागने के एक घंटे के भीतर लिया जा सकता है।

 

  1. सोने से पहले: नींद के दौरान मांसपेशियों की रिकवरी में मदद करे

धीमे डाइजेशन रेट के कारण कैसिइन प्रोटीन का उपयोग आमतौर पर रात में किया जाता है, व्हे प्रोटीन अभी भी फायदेमंद हो सकता है अगर इसे नट्स या दही जैसे अन्य धीमी गति से पचने वाले खाद्य पदार्थों के साथ लिया जाए। यह रातभर लगातार अमीनो एसिड रिलीज करता है, जिससे मांसपेशियां रिपेयर होती है।

फायदे:

  • रातभर में मांसपेशियों की रिकवरी को बढ़ावा देता है

  • नींद के दौरान मांसपेशियों के ब्रेकडाउन को रोकता है

  • मांसपेशियों को मेंटेन रखने में मदद कर सकता है

टाइम:

  • सोने से 30-60 मिनट पहले, बेहतर है कैसिइन या हेल्दी फैट के साथ लें।

  1. दिनभर में मील्स के बीच: भूख को कंट्रोल करे और मसल मॉस को मेंटेन करे

पूरे दिन में मील्स के बीच व्हे प्रोटीन लेने से पूरे दिन हाई प्रोटीन इन्टेक बनाए रखने, क्रेविंग्स कंट्रोल करने और मांसपेशियों के ब्रेकडाउन को रोकने में मदद मिल सकती है, खासकर कैलोरी की कमी के दौरान।

फायदे:

  • भूख को कंट्रोल करने में मदद करता है

  • मांसपेशियों को प्रेज़र्व करते हुए फैट लॉस में मदद करता है

टाइम:

  • मील्स के बीच स्नैक्स के रूप में ले सकते हैं।

जानिए व्हे प्रोटीन के प्रकार और कौन-सा व्हे प्रोटीन किसके लिए आइडियल है 

व्हे प्रोटीन कई अलग-अलग तरह के होते हैं। हर टाइप अलग-अलग लेवल के प्रोसेसिंग, न्युट्रिएंट कम्पोजिशन और अलग-अलग गोल्स के लिए तैयार किए जाते हैं। तो यहां हम ऐसे ही अलग- अलग व्हे प्रोटीन के प्रकार और कौन-सा व्हे प्रोटीन किसके लिए बेहतर है, उसकी पूरी जानकारी दे रहे हैं:

1. व्‍हे प्रोटीन कंसन्ट्रेट (Whey Protein Concentrate - WPC)

कॉम्पोजिशन: 70-80% प्रोटीन, थोड़ी मात्रा में लैक्टोज, फैट और बायोएक्टिव कंपाउंड होते हैं।

किन लोगों के लिए सही है?

  • जिम और बॉडीबिल्डिंग शुरू करने वालों के लिए।

  • बजट-फ्रेंडली और प्राकृतिक पोषण चाहने वालों के लिए।

  • ऐसे लोग जो हल्की मात्रा में कार्ब्स और हेल्दी फैट्स के साथ प्रोटीन लेना चाहते हैं।

किन लोगों के लिए सही नहीं है?

  • लैक्टोज इन्टॉलरेंट (Lactose Intolerant) लोगों के लिए क्योंकि इसमें लैक्टोज की मात्रा अधिक होती है।

2. व्‍हे प्रोटीन आइसोलेट (Whey Protein Isolate - WPI)

कॉम्पोजिशन: 90% या उससे अधिक प्रोटीन, बहुत कम फैट और लैक्टोज।

किन लोगों के लिए सही है?

  • एथलीट और बॉडीबिल्डर्स।

  • लो-कार्ब या कीटो डाइट फॉलो करने वाले लोग।

  • जिन्हें लैक्टोज इन्टॉलेरेंस की परेशानी है।

किन लोगों के लिए सही नहीं है?

  • जो लोग बजट फ्रेंडली और नॉर्मल प्रोटीन ऑप्शन चाहते हैं।

3. व्‍हे प्रोटीन हाइड्रोलाइज़ेट (Whey Protein Hydrolysate - WPH)

कॉम्पोजिशन: प्री-डाइजेस्टेड प्रोटीन, जो जल्दी पचता है।

किन लोगों के लिए सही है?

  • जिन्हें पाचन संबंधी समस्याएँ होती हैं।

  • वर्कआउट के तुरंत बाद मसल रिकवरी के लिए।

  • जो सबसे शुद्ध और जल्दी अब्जॉर्ब होने वाला प्रोटीन चाहते हैं।

किन लोगों के लिए सही नहीं है?

  • अगर आप बजट फ्रेंडली व्हे प्रोटीन ढूंढ रहे हैं तो यह सूटेबल न हो क्योंकि यह सबसे महंगा होता है।

निष्कर्ष:

तो ये थे व्हे प्रोटीन से जुड़े कुछ जरूरी पॉइंट्स। अगर व्हे प्रोटीन को सही वक्त और जरूरत के अनुसार लिया जाए तो जल्दी ही इसका असर देखने को मिल सकता है। उम्मीद है हमारे इस ब्लॉग से आप तक व्हे प्रोटीन से जुड़ी जानकारी पहुंचाने में सफल रहे होंगे। ऐसे ही अन्य स्वास्थ्य संबंधी और प्रोटीन व अन्य पोषक तत्वों से जुड़े ब्लॉग्स पढ़ने के लिए जुड़े रहें हमारे साथ।