आजकल के इस भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल में लोगों में खाने-पीने से लेकर एक्टिव रहने तक का ध्यान नहीं रहता है। लोग जल्दी-जल्दी के चक्कर में अपनी डाइट पर ध्यान न देकर कुछ भी खा लेते हैं। वहीं, दूसरी तरफ एक्टिविटी न करने से और पूरा दिन डेस्क वर्क करने से आजकल के युथ में ओबेसिटी यानी मोटापा, दिल की बीमारी या ह्रदय रोग, मधुमेह और कई अन्य तरह की हेल्थ कंडीशन बढ़ती जा रही है। ऐसे में यह जरूरी है कि वक्त रहते सेहत पर ध्यान दिया जाए वर्कआउट या एक्सरसाइज को डेली रूटीन में शामिल किया जाए।
तो आज के इस खास ब्लॉग में हम आपको सेहत के लिए वर्कआउट करने के असर या फायदे से जुड़े कुछ मुख्य बातें शेयर करेंगे। साथ ही ब्लॉग को पूरा जरूर पढ़ें, क्योंकि इसमें वर्कआउट करते वक्त कुछ ध्यान देने वाली बातें भी बताई गई है क्योंकि ज्यादा या गलत तरीके से वर्कआउट करने के नुकसान भी हो सकते हैं। साथ ही वर्काउट के लिए सही सप्लिमेंट्स भी बताए गए हैं।
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वेट मैनेजमेंट के लिए
व्यायाम या वर्कआउट करने से वजन या वेट को मैनेज किया जा सकता है। दरअसल, बढ़ता वजन या मोटापा कई अन्य बीमारियों का भी जोखिम पैदा कर सकता है। ऐसे में यह जरुरी है कि वक्त रहते बढ़ते वजन पर ध्यान दिया जाए। इस स्थिति में एक्सरसाइज या वर्कआउट करना सेहत के लिए एक हेल्दी विकल्प हो सकता है।
दरअसल, फिजिकल एक्टिविटी करने से आपका शरीर कैलोरीज बर्न करता है जिससे वजन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, अगर कोई अंडरवेट है तो सही एक्सरसाइज करके वे अपने वजन को मैनेज कर सकते हैं। हालांकि, ध्यान रहे कोई भी एक्सरसाइज एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें। खासतौर से वे लोग जो पहली बार व्यायाम कर रहे हैं या किसी हेल्थ कंडीशन से पीड़ित हैं।
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बीमारियों का जोखिम कम करे
आए दिन हम लोगों से किसी न किसी हेल्थ कंडिशन के बारे में सुनते हैं जैसे - हृदय रोग या हार्ट प्रॉब्लम, उच्च रक्तचाप या हाई बीपी की परेशानी। ऐसे में ज्यादातर बीमारियों का जोखिम फिजिकली ऐक्टिव यानी व्यायाम या वॉक न करने के कारण है। तो इस स्थिति में अगर आपको हाई बीपी, कोलेस्ट्रोल, डायबिटीज या मधुमेह जैसी हेल्थ कंडीशन का जोखिम कम करना है तो अपने डेली रूटीन में वर्कआउट को जरूर शामिल करें।
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अच्छी नींद के लिए
नींद न आने की परेशानी या अनिद्रा की समस्या आज लगभग कई लोगों को हैं। वहीं, नींद न आने के कारण पूरे दिन का रूटीन बिगड़ सा जाता है। साथ ही इसका असर धीरे-धीरे हमारे सेहत पर भी दिखने लगता है। ऐसे में जरूरी है कि वक्त रहते इस पर ध्यान दिया जाए। नींद न आने के पीछे भी एक मुख्य कारण है, जिनमें से एक है शारीरिक तौर से एक्टिव न रहना, दरअसल जब शरीर थकता नहीं है तो उसका असर हमारे नींद पर पड़ता है। तो इस स्थिति में पूरे दिन में किसी भी वक्त हल्की-फुल्की एक्सरसाइज जरूर करें।
दरअसल, 2018 में क्रोनिक अनिद्रा से पीड़ित लोगों पर किये गए एक स्टडी में पाया गया कि स्ट्रेचिंग और रेसिस्टेन्स व्यायाम दोनों ने नींद की गुणवत्ता और अवधि में सुधार करने में मदद की। साथ ही उनके नींद आने के समय में भी कमी देखी गई। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि व्यायाम करना नींद के लिए एक अच्छा विकल्प है। हालांकि, ध्यान रहे सोने जाने से तुरंत पहले एक्सरसाइज करने से बचें।
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मूड के लिए व्यायाम फायदेमंद है
सिर्फ नींद ही नहीं, एक्सरसाइज या वर्कआउट मूड को भी बेहतर करने में मदद कर सकता है। दरअसल, शारीरिक गतिविधि कई तरह के ब्रेन केमिकल्स को उत्तेजित कर सकती है जिससे व्यक्ति ज्यादा खुश, रिलैक्स और कम चिंतित महसूस कर सकते हैं। ऐसे में मूड को बेहतर करने के लिए अपने जिम सेशन या अपने मॉर्निंग व इवनिंग वॉक को डेली रूटीन में जरूर शामिल करें।
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एनर्जी बढ़ाने में मददगार
रेगुलर वर्कआउट या शारीरिक गतिविधि शरीर को फुर्तीला या एनर्जेटिक बनाने में मदद कर सकता है। दरअसल, जब आप चलते हैं तो आपका हृदय यानी हार्ट ज्यादा ब्लड पंप करता है, जिससे आपके मांसपेशियों को ज्यादा ऑक्सीजन मिलता है। वहीं, रेगुलर एक्सरसाइज से आपका हार्ट ज्यादा एक्टिव होता है और आपके ब्लड में और सही तरीके से ऑक्सीजन पहुंचाता है। वहीं, जब व्यक्ति का हृदय और फेफड़े स्वस्थ होंगे तो एनर्जी भी अपने आप ही बढ़ेगी।
वर्काउट के दौरान ध्यान देने वाली बातें - Things To Remember While Workout In Hindi
जैसे कि हमने पहले ही जानकारी दी है कि सेहत के लिए व्यायाम के फायदे कई सारे हैं। हालाँकि, अगर वर्काउट के दौरान कुछ बातों का ध्यान न रखा जाए तो इसके फायदे कम और नुकसान ज्यादा हो सकते हैं। तो यहां दिए गए टिप्स पर जरूर ध्यान दें और व्यायाम के नुकसान से बचें।
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वॉर्म अप (Warm Up)
जब कभी भी आप वर्काउट करें तो उससे पहले वॉर्म अप करना बिल्कुल न भूलें। इससे आपका शरीर व मांसपेशियाँ वर्काउट के लिए तैयार होती है और किसी भी तरह के चोट का जोखिम कम हो सकता है।
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वे या व्हे प्रोटीन सप्लिमेंट (Whey Protein Supplements)
अब जब आप वर्काउट करना शुरू करते हैं तो ताकत व मसल बिल्डिंग के लिए आपके शरीर को सही पोषण की भी जरूरत होती है। खासतौर से प्रोटीन, दरअसल मांसपेशियों के रिकवरी के लिए प्रोटीन एक जरूरी पोषक तत्व है। वहीं, कई बार हो सकता है डाइट से उतना प्रोटीन न मिले जितना एक वर्काउट करने वाले व्यक्ति के शरीर को जरूरत हो। ऐसे में सप्लिमेंट के तौर पर वे या व्हे प्रोटीन (Whey Protein Supplements) एक सही विकल्प हो सकता है।
जिन्हें नहीं पता उन्हें हम जानकारी दे दें कि व्हे प्रोटीन एक बाय प्रोडक्ट है जो दूध के जरिए पनीर या चीज़ बनाने की प्रक्रिया के दौरान पाया जाता है। हालाँकि, कई बार इस प्रक्रिया से प्राकृतिक तौर पर व्हे प्रोटीन निकालना संभव नहीं होता है, तो ऐसी स्थिति में व्हे प्रोटीन सप्लिमेंट लेना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। मार्केट में कई बड़े-बड़े ब्रांड्स के व्हे प्रोटीन मौजूद है, जिनमें से एक प्रीमियम ब्रांड Nakpro Nutrition भी है। अगर आप पहली बार वर्कआउट और व्हे प्रोटीन सप्लीमेंट्स को अपने डेली रूटीन में शामिल कर रहे हैं तो Nakpro Nutrition Beginner's Whey Protein Concentrate आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। हालांकि, पहली बार वर्कआउट और व्हे प्रोटीन को रूटीन में शामिल करने से पहले एक बार डॉक्टर या एक्सपर्ट की राय जरूर लें।
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हाइड्रेटेड रहें
एक्सरसाइज या वर्कआउट के दौरान और पूरे दिन सही अमाउंट में पानी पीना या पानी वाले फल या सब्जियों का सेवन जरूरी है। दरअसल, ऐसा करने से आप अपने आपको डिहाइड्रेट होने से बचा सकते हैं।
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रिलैक्स करना भी है जरूरी
वर्कआउट करने के बाद जरूरी है कि आप अपने आपको थोड़ा 'cool down' होने का या रिलैक्स होने का वक्त दें। बैक टू बैक वर्कआउट से जरूरत से ज्यादा थकान और यहां तक कि चोट लगने का जोखिम भी बढ़ सकता है। ऐसे में जरूरी है कि वर्कआउट के बाद थोड़ी देर अपने आपको आराम दें।
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एक्सपर्ट की सलाह
वर्कआउट या फिजिकल एक्टिविटी करने करने में कोई परेशानी नहीं है। हालांकि, अगर आप पहली बार कोई वर्कआउट करने का सोच रहे हैं तो बेहतर है इस बारे में डॉक्टर, एक्सपर्ट या अपने जिम ट्रेनर से बात करें। इसके अलावा, अगर किसी को किसी तरह का हेल्थ कंडीशन है तो भी बेहतर है पहले एक्सपर्ट से बात करें और उनके निर्देश या गाइडलाइन्स को ध्यान में रखते हुए ही वर्कआउट करें।
निष्कर्ष:
देखा जाए तो अगर सही तरीके से व्यायाम किया जाए तो बॉडी पर वर्कआउट करने का असर काफी हद तक बेहतर देखा जा सकता है। हालांकि, वर्कआउट के साथ-साथ सही डाइट एंड सप्लीमेंट्स का भी काफी बड़ा योगदान हो सकता है। अगर सही मात्रा में और सही वक्त पर सप्लीमेंट्स लिया जाए तो ये काफी फायदेमंद हो सकता है। ऐसे ही अन्य इंफॉर्मेटिव ब्लॉग्स या आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हमारे साथ।
References
https://www.nih.gov/news-events/nih-research-matters/understanding-how-exercise-affects-body
https://www.mayoclinic.org/healthy-lifestyle/fitness/in-depth/exercise/art-20048389
https://www.healthline.com/nutrition/10-benefits-of-exercise#energy-levels