आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में बैलेंस्ड और न्यूट्रिशन वाला डाइट लेना हर किसी के लिए संभव नहीं होता है। जंक फूड, स्ट्रेस, डाइटिंग या जीवनशैली से जुड़ी आदतों के कारण हमारे शरीर में जरूरी विटामिन और मिनरल्स की कमी हो सकती है। यह कमी धीरे-धीरे हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। हालांकि, कई बार लोगों के मन में यह सवाल जरूर आता है कि शरीर में मल्टीविटामिन या पोषक तत्वों की कमी है, इस बात के बारे में कैसे जाना जा सकता है। आखिर कैसे समझें कि शरीर में पोषक तत्वों की कमी है। तो इस स्थिति में कभी-कभी शरीर में कुछ लक्षण दिखते हैं, जिससे इन कमियों का पता लगाया जा सकता है। तो हम यहां मल्टीविटामिन की कमी के लक्षण के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी देने की कोशिश कर रहे हैं।
तो आज के इस खास आर्टिकल में हम विटामिन और मिनरल्स की कमी के लक्षणों के बारे में जानकारी दे रहे हैं। तो इस खास ब्लॉग को पूरा पढ़ने के बाद आप समझ सकेंगे कि शरीर में विटामिन की कमी का कैसे पता करें।
सूची:
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जानिए मल्टीविटामिन की कमी के लक्षण क्या-क्या हैं - Symptoms Of Multivitamins Deficiencies In Hindi
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मल्टीविटामिन, डाइट से जुड़े पोषक तत्वों की कमी को कैसे पूरा करते हैं?
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सिर्फ डाइट से पर्याप्त विटामिन क्यों नहीं मिलते हैं?
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कौन से विटामिन रोजमर्रा के स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं और अक्सर उनकी कमी होती है?
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व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुरूप मल्टीविटामिन का चयन कैसे करें?
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क्या मल्टीविटामिन लेने से ओवर ऑल हेल्थ और एनर्जी में सुधार हो सकता है?
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क्या संकेत हैं कि आप बहुत ज्यादा विटामिन ले रहे हैं?
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पोषण संबंधी स्वास्थ्य मामलों पर ध्यान क्यों दें?
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निष्कर्ष
जानिए मल्टीविटामिन की कमी के लक्षण क्या-क्या हैं - Symptoms Of Multivitamins Deficiencies In Hindi
मल्टीविटामिन की कमी एक आम समस्या है, लेकिन कभी-कभी लोग इसे अनदेखा कर देते हैं। हालांकि, इसे अनदेखा करना कई बार सही नहीं होता है क्योंकि यह आगे चलकर परेशानी का भी कारण बन सकता है। ऐसे में वक्त रहते कुछ लक्षणों पर ध्यान देकर उसे जल्द से जल्द ठीक करना जरूरी है। तो यहां हम विटामिन और मिनरल्स की कमी के लक्षणों के बारे में बता रहे हैं:
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नींद पूरी होने के बाद भी लगातार थकान: यह आयरन या विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स की कमी का लक्षण हो सकता है, जो एनर्जी और ब्लड में ऑक्सीजन के लिए जरूरी हैं।
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लगातार होने वाला सिरदर्द: रिबोफ्लेविन (बी2) या मैग्नीशियम के कम लेवल से लगातार सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
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डल, मुंहासे, शुष्क या खुरदरी त्वचा: ये लक्षण जिंक, विटामिन ए, सी या ई की कमी के हो सकते हैं, जो हेल्दी और बेहतर त्वचा के लिए जरूरी हैं।
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बालों का झड़ना और नाखूनों का टूटना: बालों का गिरना, रूसी, कमजोर नाखून की समस्या बायोटिन, आयरन, विटामिन E की कमी के लक्षण हो सकते हैं।
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बार-बार बीमार पड़ना या कमजोर इम्यून सिस्टम: सर्दी-ज़ुकाम बार-बार होना, जल्दी संक्रमण होना, बुखार होना विटामिन C, विटामिन D, जिंक की कमी को दर्शाते हैं।
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मूड में उतार-चढ़ाव, चिंता या चिड़चिड़ापन: ये ओमेगा-3 फैटी एसिड, B-कॉम्प्लेक्स, मैग्नीशियम, ओमेगा-3, विटामिन डी या विटामिन बी6 की कमी के कारण हो सकते हैं, जो मस्तिष्क की कार्यप्रणाली और भावनात्मक संतुलन के लिए जरूरी होते हैं।
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धीरे-धीरे ठीक होने वाले घाव: कटने और चोट लगने के बाद घाव भरने में ज्यादा वक्त लग सकता है, क्योंकि कोलेजन के उत्पादन और इम्युनिटी को मजबूत बनाने के लिए विटामिन सी जरूरी है। इसके अलावा, ये लक्षण जिंक और प्रोटीन की कमी के भी हो सकते हैं।
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मांसपेशियों में ऐंठन या कमजोरी: लगातार मांसपेशियों में खिंचाव, पैरों में दर्द, कमजोरी होना मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटैशियम के कमजोरी के लक्षण हो सकते हैं।
मल्टीविटामिन, डाइट से जुड़े पोषक तत्वों की कमी को कैसे पूरा करते हैं?
मल्टीविटामिन्स कई तरीकों से डाइट से जुड़े पोषण संबंधी कमियों को पूरा करने में मदद कर सकते हैं:
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जरूरी न्यूट्रिशन की पूरी रेंज: जरूरी पोषक तत्वों का सुविधाजनक मिक्स वाला मल्टीविटामिन, विटामिन और मिनरल्स की पूरी रेंज प्रदान करते हैं जो आपको कई बार आपके डाइट से पूरी तरह से नहीं मिल सकते हैं।
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सुरक्षा कवच: जब आपके खाने से आपको आवश्यक सभी माइक्रो न्यूट्रिएंट नहीं मिलते हैं, तो ये मल्टीविटामिन सप्लीमेंट्स एक सुरक्षा कवच के रूप में काम करते हैं।
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जरूरी फंक्शन्स को सुरक्षा करना: मल्टीविटामिन प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाते हैं, एनर्जी मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देते हैं, कॉग्निटिव फंक्शन को बढ़ाते हैं, और स्वस्थ त्वचा और हड्डियों को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं।
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अनेक कमियों को पूरा करना: चूंकि मल्टीविटामिन में अनेक पोषक तत्व होते हैं, इसलिए वे एक साथ कई कमियों को पूरा करके स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
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डाइट और पोषक तत्वों की जरूरतों के बीच ब्रिज या कनेक्शन बनता है: वे सुनिश्चित करते हैं कि आपका शरीर पोषक तत्वों की कमी से ग्रस्त न हो, क्योंकि ऐसा होने से अंततः आपके स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है।
सिर्फ डाइट से पर्याप्त विटामिन क्यों नहीं मिलते हैं?
हालाँकि कई बार लोग सोचते हैं कि संतुलित आहार खाने से उन्हें अपने शरीर के लिए सभी जरूरी विटामिन मिल जाएँगे, लेकिन सच्चाई यह है कि सिर्फ डाइट से सारे विटामिन या पोषक तत्व नहीं मिल सकते हैं, जिस कारण विटामिन और मिनरल की कमी हो जाती है। यहाँ हम इसी से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं, कि आपकी धारणाएँ क्यों गलत हैं:
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प्रोसेस्ड फूड: बता दें कि आजकल के आहार में प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ यानी प्रोसेस्ड फूड होना आम बात हैं। बहुत से लोग ऐसे आहार का सेवन करते हैं जिनमें वैरायटी कम और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ अधिक होते हैं, जिनमें अक्सर माइक्रो न्यूट्रिएंट की कमी होती है।
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मॉडर्न कृषि तकनीक: समय के साथ, मिट्टी के कटाव और आधुनिक कृषि तकनीकों के कारण फलों और सब्जियों का पोषण वैल्यू कम हो गया है।
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व्यस्त दिनचर्या के कारण खाना न खाना: आजकल की बिजी और तेज जीवनशैली के कारण अक्सर लोग सुविधाजनक खाद्य पदार्थों पर निर्भर हो जाते हैं, जिनमें आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होती है।
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विशिष्ट आहार प्रतिबंध या स्वास्थ्य समस्याएं: पोषक तत्वों का सेवन या अवशोषण आहार संबंधी निर्णयों या स्वास्थ्य स्थितियों के कारण सीमित हो सकता है।
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पोषण संबंधी जरूरतों में बढ़ोतरी: आयु, तनाव, दवाइयां, धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन कुछ ऐसे कारक हैं जिनके कारण शरीर को डाइट से अधिक पोषक तत्वों की आवश्यकता हो सकती है।
कौन से विटामिन रोजमर्रा के स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं और अक्सर उनकी कमी होती है?
विटामिन हर किसी के लिए डेली रूटीन पर जरूरी हैं, इसलिए आपके शरीर को सुपरहीरो की तरह इनकी आवश्यकता होती है। सभी को निम्नलिखित आवश्यक विटामिनों के बारे में पता होना चाहिए और उन पर नजर रखनी चाहिए:
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विटामिन डी: विटामिन डी हड्डियों के स्वास्थ्य, मूड के लिए और इम्यून सिस्टम के लिए जरूरी है। दरअसल, कई लोगों को पर्याप्त धूप या डाइट नहीं मिलता है, जिस कारण इसकी कमी हो जाती है।
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बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन: चूंकि बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन (बी12, फोलेट) मस्तिष्क के कार्य और एनर्जी के लिए जरूरी हैं, इसलिए इन विटामिन्स की कमी आम बात है।
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विटामिन सी: अपने इम्यून स्टिम्युलेटिंग और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाने वाला विटामिन सी ओवर ऑल हेल्थ के लिए जरूरी है।
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मैग्नीशियम: हृदय स्वास्थ्य, मांसपेशियों के संकुचन और एनर्जी प्रोडक्शन के लिए जरूरी है।
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आयरन: आयरन ब्लड में ऑक्सीजन पहुंचाने और एनर्जी लेवल के लिए आवश्यक है, और इसकी अक्सर कमी हो जाती है।
व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुरूप मल्टीविटामिन का चयन कैसे करें?
हम सभी इस बात को लेकर उलझन में रहते हैं कि अपनी व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करने वाले मल्टीविटामिन कैसे चुनें। नीचे बताए गए सलाह आपको अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने और विटामिन लेने के लिए अपने डेली रूटीन में बदलाव करने में मदद करेगी:
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अपनी जीवनशैली और खाने के विकल्पों की जांच करें: मल्टीविटामिन चुनते वक्त अपनी आयु, स्वास्थ्य स्थिति और आहार संबंधी प्राथमिकताओं पर विचार करें।
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एज ग्रुप और जेंडर: ऐसे मल्टीविटामिन चुनें जो विशेष रूप से आपके एज ग्रुप के लिए तैयार किए गए हों: कुछ मल्टीविटामिन विशेष बातों को लक्ष्य करते हैं, जैसे कि महिलाएं, पुरुष या बुजुर्ग।
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बैलेंस्ड खुराक का ध्यान रखें: ऐसे प्रोडक्ट्स चुनें जो अनुशंसित दैनिक खुराक का पालन करते हुए पर्याप्त पोषण प्रदान करते हों।
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अनावश्यक योजकों (Additives) से बचें: ऐसे मल्टीविटामिन्स का चयन करें जिनमें किसी एक विटामिन की अधिक मात्रा न हो।
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किसी हेल्थ एक्सपर्ट से परामर्श करें: अगर आप व्यक्तिगत सलाह चाहते हैं, तो किसी आहार विशेषज्ञ या अन्य हेल्थ एक्सपर्ट से परामर्श करने पर विचार करें।
क्या मल्टीविटामिन लेने से ओवर ऑल हेल्थ और एनर्जी में सुधार हो सकता है?
शरीर को सही तरीके से फंक्शन करने के लिए मल्टीविटामिन आपके शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं। यह सच है कि सही समय पर मल्टीविटामिन लेने से सामान्य स्वास्थ्य और जीवन शक्ति में सुधार होगा। अगर आप नीचे बताए गए बातों पर ध्यान देते हैं तो यह आसान हो जाएगा:
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चयापचय कार्य यानी मेटाबॉलिक फंक्शन में वृद्धि: जब आपके शरीर को आवश्यक सभी विटामिन और मिनरल्स प्राप्त होते हैं, तो इसकी चयापचय प्रक्रियाएं ज्यादा अच्छे तरीके से होती है।
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प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करें: एक स्वस्थ शरीर बीमारियों से बचाव करने में अधिक सक्षम होता है।
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मानसिक स्पष्टता और मनोदशा में सुधार: कई उपयोगकर्ता अपनी दिनचर्या में हाई क्वालिटी वाले मल्टीविटामिन को शामिल करने के बाद ज्यादा खुश और अधिक फोकस्ड महसूस करते हैं।
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स्वस्थ आहार के साथ कंबाइन करके: संतुलित आहार हमेशा आधारशिला यानी मुख्य नींव होनी चाहिए, भले ही मल्टीविटामिन के अपने उपयोग हैं।
क्या संकेत हैं कि आप बहुत ज्यादा विटामिन ले रहे हैं?
विटामिन की कमी एक बात है, लेकिन हममें से कई लोग यह नहीं जानते कि हम कितनी मात्रा में विटामिन ले रहे हैं, और कभी-कभी हम जरूरत से ज्यादा विटामिन ले लेते हैं, जिसके परिणामस्वरूप कुछ लक्षण दिख सकते हैं:
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मतली और पाचन संबंधी समस्याएं: बहुत अधिक सप्लीमेंट्स लेने से ये समस्याएं हो सकती हैं।
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सिरदर्द: अधिक मात्रा में मल्टीविटामिन लेने पर कुछ विटामिन सिरदर्द का कारण बन सकते हैं।
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विषाक्तता या टॉक्सिसिटी: विटामिन के आधार पर, विटामिन विषाक्तता के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन इनके गंभीर परिणाम हो सकते हैं, जैसे कि लिवर की समस्या।
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अपने सेवन पर ध्यान दें: खुराक संबंधी रिकमेंडेशन का पालन करना और अगर आपको अपने विटामिन आहार के संबंध में कोई चिंता है तो चिकित्सक से परामर्श करना जरूरी है।
पोषण संबंधी स्वास्थ्य मामलों पर ध्यान क्यों दें?
कुछ विटामिन और मिनरल की कमी से एनर्जी और स्वास्थ्य पर हल्का प्रभाव पड़ता है जिसे अक्सर तब तक अनदेखा कर दिया जाता है जब तक कि लक्षण न दिखे। आपके शरीर द्वारा भेजे जाने वाले संकेतों को समझकर और मल्टीविटामिन किस तरह पोषण संबंधी कमियों को पूरा करने में मदद कर सकते हैं, आप अपने स्वास्थ्य पर सक्रिय नियंत्रण रख सकते हैं।
संपूर्ण डाइट पोषक तत्वों का सबसे अच्छा स्रोत हैं, लेकिन कभी-कभी आपका डाइट पर्याप्त नहीं हो सकता है, ऐसे में मल्टीविटामिन सहायक, सुविधाजनक सहायता प्रदान करते हैं। नियमित रूप से अपने शरीर को आवश्यक पोषक तत्व देने से आप वह लचीलापन, ऊर्जा और मनोदशा बनाए रख सकते हैं जिसके आप हकदार हैं।
निष्कर्ष
आखिरी लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात, मल्टीविटामिन लेने से आपको वह अतिरिक्त प्रेरणा मिल सकती है जिसकी आपको अपने जीवन को बेहतर महसूस करने और पूरी तरह से आनंद लेने के लिए जरूरी है। हालांकि, सिर्फ मल्टीविटामिन पर ही निर्भर न रहें, बल्कि सही डाइट, हेल्दी लाइफस्टाइल भी अपनाएं। अपने स्वास्थ्य का अच्छे से ख्याल रखें क्योंकि यह महत्वपूर्ण है!