जब फिटनेस की बात आती है, तो लोग अक्सर प्रोटीन पाउडर और मास गेनर के बीच उलझ जाते हैं। दोनों ही सप्लीमेंट्स हैं, लेकिन उनके उपयोग का मकसद अलग-अलग होता है। वहीं, जब आप अपने आप से पूछते हैं कि प्रोटीन या गेनर सप्लीमेंट में से क्या लेना है, तो आपके मन में कई सवाल और कई उलझनें महसूस होने लगती है। ऐसे में इस खास आर्टिकल में हम आपकी इसी उलझन को सुलझाने आए हैं।
यहां हम न सिर्फ गेनर और प्रोटीन पाउडर में क्या अंतर है, यह जानकारी देंगे, बल्कि आपको गेनर लेना चाहिए या प्रोटीन पाउडर इस उलझन को भी सुलझाने की कोशिश करेंगे। तो आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
विषय सूची:
- जानिए प्रोटीन पाउडर क्या है और इसका स्रोत क्या है - What Is Protein Powder And Its Source In Hindi
- जानिए प्रोटीन पाउडर या प्रोटीन सप्लीमेंट्स के फायदे - Benefits of Protein Supplements In Hindi
- जानिए गेनर्स क्या है - What Is Gainers In Hindi
- जानिए गेनर सप्लीमेंट्स के फायदे - Benefits of Gainers In Hindi
- प्रोटीन vs. गेनर: कुछ मुख्य अंतर
- प्रोटीन vs. गेनर: आपके लिए क्या है बेस्ट?
- निष्कर्ष:
जानिए प्रोटीन पाउडर क्या है और इसका स्रोत क्या है - What Is Protein Powder And Its Source In Hindi
प्रोटीन पाउडर शरीर में मसल्स बढ़ाने, रिपेयर करने और ताकत बढ़ाने के लिए लिया जाता है। यह प्योर प्रोटीन का स्रोत होता है, जो आमतौर पर इन चीजों से बनाया जाता है:
- व्हे (Whey): तेजी से पचने वाला डेयरी प्रोटीन वर्कआउट के बाद रिकवरी के लिए एकदम सही है।
- केसीन (casein): एक धीरे-धीरे डाइजेस्ट होने वाला डेयरी प्रोटीन जो समय के साथ धीरे-धीरे अमीनो एसिड जारी करता है, खासकर रात को ली जाने वाली खुराक के मामले में।
- सोया (Soy): प्लांट बेस्ड प्रोटीन जो वेगन या शाकाहारी लोगों द्वारा लिया जाता है।
- मटर (Pea): एक और पौधे से मिलने वाले स्रोत जो हाइपोएलर्जेनिक है और बहुत अच्छी तरह से पचता है।
जानिए प्रोटीन पाउडर या प्रोटीन सप्लीमेंट्स के फायदे - Benefits of Protein Supplements In Hindi
देखा जाए तो स्वास्थ्य के लिए प्रोटीन पाउडर के कई सारे फायदे हैं। इन्हीं फायदों के बारे में अब हम यहां जानकारी दे रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं:
- मसल्स बनाने में मदद करता है – वर्कआउट के बाद मसल्स को रिपेयर और ग्रोथ करने में मदद करता है। दरअसल, इनमें मौजूद एमिनो एसिड मसल ग्रोथ और रिपेयर करने में सहायक हो सकता है। वर्कआउट के बाद होने वाले मसल डैमेज की रिकवरी में मदद करता है।
- वजन कम करने में मदद करता है – प्रोटीन पाउडर और सप्लीमेंट्स लेने से लंबे समय तक पेट भरा महसूस होता है, जिससे भूख कम लगती है। ऐसे में ऐसा करने से आपका वजन कंट्रोल रहने में सहायक हो सकता है।
- आसानी से डाइजेस्ट हो सकता है – खासकर व्हे प्रोटीन, जो शरीर में तेजी से अब्जॉर्ब हो जाता है, आसानी से डाइजेस्ट हो सकते हैं।
- कम कैलोरी वाला होता है – जो लोग फैट घटाना चाहते हैं, उनके लिए यह एक अच्छा विकल्प है।
- काफी सुविधा वाला है - अगर आपके पास समय कम है, तो प्रोटीन शेक आपकी डेली प्रोटीन आवश्यकताओं के लिए एक क्विक और आसान सोल्यूशन है।
- रिकवरी में जरुरी - वर्कआउट के बाद प्रोटीन डैमेज मसल टिश्यू को ठीक करने में मदद करता है और मांसपेशियों के दर्द को कम करता है।
- पोषण: प्रोटीन ज्यादा, कार्ब्स और फैट कम होता है।
- किन लोगों के लिए बेस्ट: जो लोग मसल्स बनाना या वजन कम करना चाहते हैं।
जानिए गेनर्स क्या है - What Is Gainers In Hindi
गेनर, जिन्हें मास गेनर या वेट गेनर भी कहा जाता है, ऐसे सप्लीमेंट होते हैं जो लोगों को वजन बढ़ाने और मसल्स बिल्ड करने में मदद करते हैं। इनमें उच्च मात्रा में कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फैट होते हैं, जिससे ज्यादा कैलोरी मिलती है। यह उन लोगों के लिए उपयोगी होते हैं जो डेली डाइट के बाद भी वेट बढ़ाने में स्ट्रगल करते हैं।
गेनर्स में क्या-क्या होता है?
- प्रोटीन: गेनर में भी प्रोटीन होता है, लेकिन उनमें शुद्ध प्रोटीन सप्लीमेंट की तुलना में कम प्रोटीन हो सकता है।
- कार्ब्स: ज्यादतर कैलोरी कार्बोहाइड्रेट से मिलती है। ये कार्बोहाइड्रेट हेवी वर्कआउट के लिए एनर्जी देता हैं और ग्लाइकोजन स्टोर को फिर से भरते हैं।
- फैट: कुछ गेनर कैलोरी और जरूरी फैटी एसिड को बढ़ाने के लिए हेल्दी फैट भी मिलाते हैं।
- विटामिन और मिनरल्स: सामान्य स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को बढ़ावा देने के लिए कई गेनर विटामिन और मिनरल्स से भी भरपूर होते हैं।
- क्रिएटिन: कुछ गेनर में ताकत और एनर्जी को बढ़ाने के लिए एडिटिव के रूप में क्रिएटिन होता है।
जानिए गेनर सप्लीमेंट्स के फायदे - Benefits of Gainers In Hindi
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वजन बढ़ाने में मदद करता है – हाई कैलोरी के कारण वजन जल्दी बढ़ता है। इसलिए अगर डाइट के बाद भी किसी का वेट नहीं बढ़ रहा हो तो इसके लिए गेनर्स काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं।
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कार्ब्स और प्रोटीन ज्यादा होते हैं – कार्ब्स और प्रोटीन होने के कारण वर्कआउट के बाद मसल्स की रिकवरी में काफी मदद मिल सकती है। ऐसे में गेनर्स के सेवन से मसल्स को एनर्जी और ग्रोथ मिलती है। इसके अलावा, गेनर्स लेने से कार्बोहाइड्रेट की मात्रा के कारण तीव्र वर्कआउट के दौरान व्यक्ति को तुरंत एनर्जी मिलती है। बल्किंग के लिए भी बेस्ट है, ऐसे में बॉडीबिल्डिंग करने वालों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
- जल्दी और आसान पोषण – अगर ज्यादा खाना नहीं खा सकते हैं, तो यह अच्छा विकल्प है। गेनर आसानी से कैलोरी को बढ़ाता है और आप आसानी से स्मूदी में मिलाकर भी इसे ले सकते हैं।
प्रोटीन vs. गेनर: कुछ मुख्य अंतर
आप और आसानी से प्रोटीन और गेनर के बीच का अंतर समझें इसके लिए यहां हम टेबल के जरिये प्रोटीन और गेनर के बीच के कुछ मुख्य अंतर आपको बता रहे हैं, ये कुछ इस प्रकार हैं:
मौजूद है |
प्रोटीन पाउडर |
गेनर |
गोल |
मसल्स ग्रोथ और रिकवरी |
वजन और मसल्स बढ़ाना |
प्रोटीन |
ज्यादा होता है |
कम होता है |
कार्बोहाइड्रेट |
कम होता है |
ज्यादा होता है |
फैट |
कम होता है |
मीडियम से ज्यादा |
कैलोरी |
कम (लगभग 100-150 kcal प्रति सर्विंग) |
ज्यादा (लगभग 500-1000+ kcal प्रति सर्विंग) |
कब लेना चाहिए? |
वर्कआउट के बाद या मील के बीच |
वर्कआउट के बाद, रात में, एक्स्ट्रा मील के रूप |
प्रोटीन vs. गेनर: आपके लिए क्या है बेस्ट?
आपको प्रोटीन या गेनर में से क्या लेना चाहिए यह आपके जरूरतों और आपके फिटनेस गोल्स पर निर्भर करता है।
प्रोटीन पाउडर लें, अगर आपका गोल है:
- मसल्स बनाना और स्ट्रॉन्ग बॉडी चाहिए।
- वजन कम करना या फिट रहना चाहते हैं।
- वर्कआउट के बाद जल्दी रिकवरी चाहते हैं।
- कम कैलोरी वाला हेल्दी सप्लीमेंट चाहते हैं।
- अगर डाइट में एक्स्ट्रा प्रोटीन चाहते हैं।
गेनर लें, अगर आपका गोल है:
- जल्दी वेट गेन करना चाहते हैं।
- आपका मेटाबॉलिज्म तेज है और वजन नहीं बढ़ता।
- बॉडीबिल्डिंग में मास गेनिंग फेज में हैं।
- अच्छी डाइट लेने के बाद भी अगर वजन नहीं बढ़ रहा है।
निष्कर्ष:
प्रोटीन पाउडर हो या गेनर, दोनों के ही के अपने फायदे हैं। यह व्यक्ति की जरूरतों पर निर्भर करता है कि उन्हें कौन से सप्लीमेंट की जरूरत है। उम्मीद करते हैं ऊपर बताए गए जानकारियों से आपकी उलझन काफी हद तक आसान हुई होगी। हालांकि, ध्यान रहे आप कोई भी सप्लीमेंट लें, लेकिन उसके साथ सही डाइट, रेगुलर वर्कआउट और सही रूटीन भी उतना ही जरूरी है। सिर्फ सप्लीमेंट्स के भरोसे आप अपने फिटनेस गोल को हासिल नहीं कर सकते हैं। इसलिए सही डाइट, रूटीन और सप्लीमेंट्स का बैलेंस जरूर रखें। ऐसे ही अन्य जानकारियों के लिए विजिट करते रहें हमारी वेबसाइट www.nakpro.com।