जानिये मसल्स सोरनेस क्या है और इससे कैसे जल्द से जल्द रिकवर किया जा सकता है - What Is Muscle Soreness & How to Recover Faster In Hindi

जानिये मसल्स सोरनेस क्या है और इससे कैसे जल्द से जल्द रिकवर किया जा सकता है - What Is Muscle Soreness & How to Recover Faster In Hindi

अचानक से कोई फिजिकल एक्टिविटी शुरू करने से या जिम शुरू करने से आपको कभी न कभी मसल्स में दर्द या अकड़न महसूस हो सकता है। हालांकि, हो सकता है हर कोई नियमित रूप से मांसपेशियों में दर्द से पीड़ित न हो। ऐसे में कई बार लोगों के मन में यह सवाल आना सामान्य है कि मसल्स में दर्द आखिर होता क्या है? यह कब और किसको हो सकता है? तो हमारे इस खास आर्टिकल में हम आपको मांसपेशियों में दर्द या मसल्स सोरनेस के बारे में सब कुछ बताएंगे, और व्यावहारिक रूप से कैसे ठीक हो सकते हैं, और किस तरह से कौन से उत्पाद आपकी रिकवरी को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं या मसल्स सोरनेस से छुटकारा दे सकते हैं। यह सभी कुछ आपको यहां जानने को मिलेगा। 

तो मसल्स सोरनेस क्या है और मसल्स में दर्द का कारण इन सभी जानकारियों के लिए इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें। तो आइये सबसे पहले जानते हैं कि मसल्स सोरनेस क्या है। 

विषय सूची:

  • जानिये मसल्स सोरनेस क्या है और इसके कारण क्या है - What is Muscles Soreness and its Causes In Hindi 

  • मांसपेशियों में दर्द कितने समय तक रहता है और व्यायाम करने के बाद कैसा रहता है?

  • मसल्स सोरनेस से छुटकारा पाने के टिप्स - Muscle Soreness Recovery Tips In Hindi 

  • मसल्स सोरनेस से बचने के कुछ बोनस टिप्स 

  • मांसपेशियों में दर्द - कब हो चिंता कारण

  • निष्कर्ष 

जानिये मसल्स सोरनेस क्या है और इसके कारण क्या है - What is Muscles Soreness and its Causes In Hindi 

अगर आपने हाल ही में जिम जाना या आपने एक्सरसाइज शुरू किया है और वर्कआउट के बाद शरीर में दर्द महसूस हो रहे हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। इसे मसल्स सोरनेस (Muscle Soreness) कहते हैं, और ये बिल्कुल सामान्य है। मांसपेशियों में दर्द आमतौर पर जोरदार वर्कआउट के साथ होता है और यह सबसे ज्यादा तब महसूस होता है जब आप कोई नया रूटीन शुरू करते हैं या अपनी एक्सरसाइज की या फिजिकल एक्टिविटी की तीव्रता बढ़ाते हैं। लेकिन ऐसा क्यों होता है? 

माइक्रोटियर्स: दरअसल, जब आप कोई नया वर्कआउट करते हैं या मांसपेशियों पर ज्यादा जोर डालते हैं, तो मसल्स में छोटे-छोटे टीयर्स (micro-tears) आ जाते हैं। आपकी बॉडी इन्हें रिपेयर करती है, जिससे मसल्स और मजबूत बनती हैं। इस दर्द को Delayed Onset Muscle Soreness (DOMS) भी कहा जाता है, जो आमतौर पर वर्कआउट के 24 से 72 घंटे बाद महसूस होता है। वर्कआउट के बाद ऐसा होना काफी सामान्य है।

क्या मसल्स सोरनेस अच्छी है?

थोड़ी बहुत मसल्स सोरनेस एक सकारात्मक संकेत है कि आपकी बॉडी नए वर्कआउट के अनुसार खुद को ढाल रही है। लेकिन अगर दर्द बहुत तेज या ज्यादा है, या हिलने-डुलने में परेशानी हो रही है या शरीर में किसी तरह के चोट जैसे निशान बन रहे हैं तो ये चोट का संकेत हो सकते हैं। ऐसे में इस स्थिति में आप बाम या ऑइंटमेंट या किसी तरह का दर्दनिवारक स्प्रे लगा सकते हैं। अगर इन सबके बाद भी आपका मसल्स का दर्द न जाए तो इस बारे में एक्सपर्ट या डॉक्टर से बात करें। 

मांसपेशियों में दर्द कितने समय तक रहता है और व्यायाम करने के बाद कैसा रहता है?

मांसपेशियों में दर्द की समय-सीमा, कुछ कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि उम्र, जेंडर, फिटनेस। आइये आर्टिकल के इस भाग में जानते हैं इन सबके के बारे में। 

  • आमतौर पर, मांसपेशियों में दर्द वर्कआउट के लगभग 24-72 घंटों के बाद सबसे ज्यादा होता है, और एक्सरसाइज की तीव्रता और वर्कआउट करने वाले की फिटनेस के लेवल के आधार पर, दर्द कुछ दिनों से लेकर एक सप्ताह तक बना रह सकता है।

  • इस समय अवधि में अंतर हो सकता है, चूँकि पुरुषों और महिलाओं का शरीर अलग-अलग होता है, इसलिए मसल्स सोरनेस के ठीक होने में लगने वाले समय पर उम्र का बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। कुछ व्यक्ति दूसरों की तुलना में जल्दी ठीक हो सकते हैं, जबकि कुछ लोगों को थोड़ा वक्त लग सकता है। 

मसल्स सोरनेस से छुटकारा पाने के टिप्स - Muscle Soreness Recovery Tips In Hindi 

अब जिम के बाद शरीर दर्द या मसल्स सोरनेस से रिकवरी के लिए क्या करना चाहिए, यह भी आप सोच रहे होंगे। तो यहां हम आपकी इसी दुविधा को दूर कर रहे हैं और यहां हम मसल्स सोरनेस से छुटकारा पाने से जुड़े कुछ आसान टिप्स आपके साथ शेयर कर रहे हैं। 

  1. लाइट एक्टिविटी या स्ट्रेचिंग करें 

हल्का स्ट्रेचिंग, वॉकिंग या योग करें। स्ट्रेचिंग शरीर के लचीलेपन को बढ़ावा देती है और मसल्स में तनाव को कम करती है। जब आप स्ट्रेच करते हैं तो राहत महसूस करेंगे। वहीं, अपने मसल्स में स्ट्रेस कम करने के लिए फोम रोलर का उपयोग कर सकते हैं। इससे ब्लड फ्लो बढ़ेगा व मसल्स तेजी से ठीक होंगे और दर्द कम होगा। हल्की मसाज या फोम रोलिंग मसल्स की जकड़न दूर करती है।

  1. ह्यड्रेटेड रहें 

वर्कआउट के बाद मसल्स दर्द को कम करने के लिए ह्यड्रेटेड रहना भी काफी जरूरी है। शरीर में किसी भी तरह की समस्या के लिए पानी एक कारगर उपाय है। ज्यादा पानी पीने से शरीर के टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और मसल्स हाइड्रेटेड रहती हैं। वहीं, हेवी वर्कआउट ट्रेनिंग के कारण होने वाले पसीने से आप अपने शरीर से इलेक्ट्रोलाइट्स खो देते हैं, जिससे थकावट हो सकती है। ऐसे में अपने डेली रूटीन में थोड़ी मात्रा में इलेक्ट्रोलाइट्स भी शामिल करें ताकि आपको थकान महसूस न हो और आप जल्दी रिकवर करें। 

  1. पोषक तत्व भी है जरूरी 

जैसे मसल्स रिकवरी के लिए पानी पीना जरूरी है, वैसे ही पोषक तत्व भी जरूरी है। प्रोटीन, कार्ब्स और अन्य पोषक तत्वों को अपने डाइट में शामिल करें। प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थों मसल्स की रिकवरी के लिए काफी जरूरी है। व्हे प्रोटीन को अपनी डाइट में शामिल करें, खासतौर से व्हे प्रोटीन आइसोलेट (Whey Protein isolate) वर्कआउट के बाद रिकवरी के लिए सबसे अच्छा है। अगर आप सोच रहे हैं कि इसे कहाँ से खरीद सकते हैं या ऑर्डर कर सकते हैं तो वो समाधान भी हम दे देते हैं। आप Nakpro ब्रांड का व्हे प्रोटीन आइसोलेट उनके वेबसाइट या Whey Protein isolate पर क्लिक करके आसानी से ऑर्डर कर सकते हैं।

सिर्फ प्रोटीन ही नहीं, आपको कार्ब्स का भी ध्यान रखना है। ग्लाइकोजन की पूर्ति करने से आपको अगले वर्कआउट के लिए एनर्जी मिलेगी। इन सबके साथ ही आप अपने डाइट में एंटी-इन्फ्लामेट्री फूड्स जैसे - पालक, ब्रोकोली, बादाम, अखरोट को भी शामिल कर सकते हैं। 

  1. जरूरत पड़े तो सप्लीमेंट्स भी लें 

हां, अगर जरूरत पड़े तो सप्लीमेंट्स जरूर लें। सप्लीमेंट्स मसल्स रिपेयर और रिकवरी के लिए काफी जरूरी होते हैं। क्रिएटिन मांसपेशियों के निर्माण के लिए बहुत लोकप्रिय है, लेकिन रिकवरी के लिए भी महत्वपूर्ण है। मांसपेशियों के दर्द को कम करें और रिकवरी को तेज करने के लिए ब्रांच्ड चेन एमिनो एसिड (Branched-Chain Amino Acids- BCCA) भी काफी आवश्यक है। वहीं, हमने ऊपर पहले ही जानकारी दी है कि अपने वर्कआउट रूटीन डाइट में व्हे प्रोटीन को भी जरूर जगह दें। 

  1. गर्म या ठन्डे पानी की थेरेपी 

वर्कआउट के बाद मसल्स के दर्द को कम करने के लिए कोल्ड या हीट थेरेपी भी काफी मायने रखती है। दर्द के जगह पर आप हॉट वॉटर बैग या आइस क्यूब्स से सेंक ले सकते हैं। इसके अलावा, आप गर्म पानी से नहा सकते हैं, जिससे मसल्स रिलैक्स होगी और आपको दर्द से काफी हद तक आराम मिल सकता है। 

  1. आराम करना और नींद लेना भी है जरूरी 

जितना जरूरी सही डाइट लेना, न्यूट्रिशन लेना और हीट व कोल्ड थेरेपी लेना है, उतना ही जरूरी आराम करना और अपनी नींद पूरी करना भी है। हम कई बार आराम करने को और अपनी नींद को अनदेखा करके उस पर ध्यान नहीं देते हैं, जो कि सही नहीं है। हर रात 8-9 घंटे की अच्छी नींद शरीर को ठीक होने में मदद करती है। इसलिए अच्छी नींद लें, अपनी नींद पूरी करें। इसके अलावा, अपने आपको आराम दें, अगर मसल्स सोरनेस रहे तो तुरंत हेवी एक्सरसाइज या वर्कआउट शुरू न करें। अपने आपको वक्त दें और हल्के-फुल्के वर्कआउट करें ताकि मसल्स को रिकवर होने का वक्त मिले। 

मसल्स सोरनेस से बचने के कुछ बोनस टिप्स 

अगर आप चाहते हैं कि मसल्स सोरनेस का रिस्क कम हो या इससे बचाव हो सके तो यहां बताए गए कुछ बोनस टिप्स पर ध्यान दें। इनकी मदद से काफी हद तक मसल्स सोरनेस से रोकथाम हो सकेगी। इनमें शामिल है:

  1. वॉर्म-अप: हमेशा अपने एक्सरसाइज से पहले अच्छे वॉर्म-अप से शुरुआत करें, ताकि शरीर को अगली एक्टिविटी के लिए तैयार किया जा सके। मसल्स में ब्लड फ्लो बढ़े और मसल्स सोरनेस का रिस्क कम हो सके। 

  2. हल्के से शुरुआत करें: कभी भी वर्कआउट की शुरूआत तेजी से या हेवी एक्सरसाइज से न करें। कहते हैं न 'स्लो एंड स्टेडी विंस दी रेस', इसलिए इसी पर फोकस करें। हल्के वर्कआउट से शुरू करके, धीरे-धीरे से वर्कआउट की तीव्रता को बढ़ाएं। 

  3. कूल डाउन: आपके वर्कआउट के बाद कूल डाउन सेशन भी जरूरी है। इसका उद्देश्य शरीर को आराम की स्थिति में वापस लाने में मदद करना है। इसे बिल्कुल नजरअंदाज न करें और इसे पूरी तरह से यूटिलाइज करें। 

मांसपेशियों में दर्द - कब हो चिंता का कारण 

ऐसे तो वर्कआउट के बाद मांसपेशियों में दर्द होना सामान्य लगता है, लेकिन कई बार ऐसा भी होता है जब आपको डॉक्टर को दिखाना पड़ सकता है। ऐसे में कब आपको मसल्स सोरनेस के लिए डॉक्टर के पास जाना चाहिए, उसके बारे में हम यहां जानकारी दे रहे हैं:

  • गंभीर दर्द: अगर दर्द गंभीर है और आराम करने पर भी कम नहीं होता है, तो चोट लगने की संभावना है। ऐसे में इस स्थिति पर ध्यान दें। 

  • चोट के निशान: अगर आपको मसल्स सोरनेस के साथ किसी तरह के चोट के निशान दिख रहे हैं तो बेहतर है इस बारे में एक्सपर्ट या डॉक्टर से बात करें। ये लक्षण कुछ गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकते हैं। संकेतों पर ध्यान दें!

  • लगातार दर्द: अगर दर्द ऑइंटमेंट लगाने से या हीट व कोल्ड बाथ से भी नहीं ठीक हो रहा और एक सप्ताह से ज्यादा समय तक बना रहे तो डॉक्टर से सलाह लें। 

निष्कर्ष 

मांसपेशियों में दर्द होना इस बात का संकेत है कि आपके मसल्स मजबूत हो रहे हैं। हालांकि, मसल्स सोरनेस के कारण कभी-कभी डेली के रूटीन में परेशानी हो सकती है, इसलिए इस पर ध्यान देना और मसल्स रिकवरी के उपाय करना जरूरी है। ऐसे में हमारे इस खास ब्लॉग में बताए गए उपायों से आपको मसल्स सोरनेस से छुटकारा पाने में और मसल्स रिकवरी में मदद मिल सकती है। रिकवरी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी कि वर्कआउट। थोड़ी सी मेहनत से आप उस दर्द को ताकत में बदल सकते हैं। 

आराम, पोषण, हाइड्रेशन और नैकप्रो उत्पादों का उपयोग करके आपको अपनी परेशानी से राहत मिल सकती है। रिकवरी के लिए नैकप्रो के उत्पादों की पूरी रेंज मौजूद है।  इलेक्ट्रोलाइट पाउडर, रिकवरी ब्लेंड और व्हे प्रोटीन आइसोलेट से आपको तेजी से और बेहतर तरीके से मसल्स सोरनेस से आराम मिल सकता है। उम्मीद है इस आर्टिकल से आपको मसल्स सोरनेस से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी और ऐसे ही अन्य आर्टिकल्स के लिए विजिट करते रहें हमारी वेबसाइट www.nakpro.com