जानिए एथलीट्स के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट्स का महत्व - The Impact of Protein Supplements on Athletic Performance in Hindi

जानिए एथलीट्स के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट्स का महत्व - The Impact of Protein Supplements on Athletic Performance in Hindi

फिटनेस एक्सपर्ट्स और एथलीट्स अपने परफॉरमेंस को बेहतर करने के लिए और वर्कआउट व स्पोर्ट्स के दौरान अपनी स्ट्रेंथ और स्टेमिना बढ़ाने के लिए काफी मेहनत करते हैं। वहीं, सही डाइट के साथ-साथ दिन पर दिन एथलीट्स, फिटनेस प्रेमी प्रोटीन सप्लीमेंट्स (protein supplements) को भी काफी पसंद कर रहे हैं। दरअसल, प्रोटीन मांसपेशियों की ग्रोथ, रिकवरी और ओवर ऑल एथलेटिक पर्फॉर्मन्स के लिए एक जरूरी मैक्रोन्यूट्रिएंट है। ऐसे में कई एथलीट और फिटनेस के प्रति उत्साही लोग अपने परफॉरमेंस रिजल्ट को बेहतर बनाने के लिए अपने डाइट में प्रोटीन सप्लीमेंट (protein supplements in hindi) शामिल करते हैं। 

ऐसे में हमारे इस खास आर्टिकल में आप जानेंगे कि प्रोटीन सप्लीमेंट एथलेटिक परफॉरमेंस को कैसे प्रभावित करते हैं, उनके फायदे, संभावित कमियां और डाइट में प्रोटीन सप्लीमेंट शामिल करने का बेस्ट तरीका क्या है।

विषय सूची:

  • एथलेटिक परफॉरमेंस में प्रोटीन का महत्व या भूमिका - The Role of Protein in Athletic Performance in Hindi

  • जानिए प्रोटीन सप्लीमेंट्स के बारे में - Understanding protein supplements In Hindi 

  • एथलीट्स के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट्स के फायदे - Protein Supplements Benefits For Athletes

  • डाइट में प्रोटीन सप्लीमेंट्स शामिल करने के तरीके - How To Add Protein Supplements In Hindi

  • निष्कर्ष: 

एथलेटिक परफॉरमेंस में प्रोटीन का महत्व या भूमिका - The Role of Protein in Athletic Performance in Hindi

शरीर को प्रोटीन की काफी जरूरत होती है, जो फैट और कार्बोहाइड्रेट के साथ मिलकर अच्छे स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण मैक्रोन्यूट्रिएंट बनाते हैं। यह टिश्यू के निर्माण और रिपेयर के साथ-साथ जरूरी हार्मोन और एंजाइम के निर्माण में भी आवश्यक है, जो एनर्जी मेटाबॉलिज्म और मांसपेशियों के कार्य के लिए आवश्यक हैं। इससे इम्यून सिस्टम भी बेहतर होता है। यह एक जरूरी फैक्ट है कि प्रोटीन एथलीटों के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि प्रोटीन मांसपेशियों की ग्रोथ को बढ़ाते हैं और हेवी वर्कआउट के दौरान मसल्स को होने वाली किसी भी तरह मसल डैमेज से उबरने में मदद करते हैं।

जब आप व्यायाम करते हैं, खासकर रेसिस्टेंस वर्कआउट (resistance workout) करते हैं, तो आपकी मसल्स में माइक्रो टियर और तनाव होता है। यहीं पर प्रोटीन की भूमिका आती है। एक्सरसाइज के बाद अपने डाइट में प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थों या प्रोटीन सप्लीमेंट्स का सेवन करने से परफॉरमेंस में सुधार और तेजी से रिकवरी हो सकती है, खासतौर से मसल प्रोटीन सिंथेसिस के जरिये। बता दें कि मसल रिपेयर, ताकत बढ़ाने और वर्कआउट के दौरान अच्छी परफॉरमेंस के लिए एथलीटों को बैठे रहने वाले व्यक्ति या नॉर्मल लाइफस्टाइल वाले व्यक्ति की तुलना में ज्यादा प्रोटीन की जरूरत होती है।

जानिए प्रोटीन सप्लीमेंट्स के बारे में - Understanding protein supplements In Hindi 

प्रोटीन सप्लीमेंट्स कई अलग-अलग फॉर्म्स में आते हैं जैसे - सोया (soy), व्हे (whey), केसीन (casein) और मटर (pea)। हर टाइप के प्रोटीन सप्लीमेंट्स के अलग-अलग फायदे और अलग-अलग अब्जॉर्प्शन रेट होते हैं। आसानी से समझें तो व्हे प्रोटीन की तुलना में कैसिइन को पचने में समय लगता है और यह धीरे-धीरे अमीनो एसिड रिलीज करता है। वहीं व्हे प्रोटीन जल्दी से अवशोषित हो जाता है इसलिए इसका उपयोग वर्कआउट के बाद जल्दी रिकवरी के लिए करते हैं। 

प्रोटीन सप्लीमेंट्स के कई तरह के फायदे देखे गए हैं जैसे कि मसल्स ग्रोथ, मसल्स स्ट्रेंथ, मसल्स रिकवरी और एथलेटिक परफॉरमेंस को बेहतर करने के लिए। "अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन" में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, जिन लोगों ने वर्कआउट के बाद प्रोटीन सप्लीमेंट लिया, उनमें मसल्स ग्रोथ बेहतर हुई और स्ट्रेंथ में ज्यादा सुधार हुआ (muscular hypertrophy), उन व्यक्तियों की तुलना में जिन्होंने केवल नेचुरल फूड लिया डाइट में। इसके अलावा, एक और स्टडी में यह बात सामने आयी है कि प्रोटीन सप्लीमेंट्स का सेवन मसल मास और वर्कआउट परफॉरमेंस को बेहतर करने में मदद कर सकता है (source)। 

एथलीट्स के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट्स के फायदे - Protein Supplements Benefits For Athletes

जैसे कि हमारा यह खास आर्टिकल एथलीट्स के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट्स के फायदे के बारे में हैं, तो हमारे इस सेक्शन में हम इसी बारे में जानकारी दे रहे हैं। 

  1. मसल्स रिकवरी के लिए 

एथलीट्स हो या फिटनेस प्रेमी, जब वे इंटेंस यानी बहुत ज्यादा या बहुत हेवी वर्कआउट करते हैं तो उनके मसल्स डैमेज होने का जोखिम रहता है। वहीं, हेवी वर्कआउट के बाद मसल्स को पूरी तरह से ठीक होने में समय लगता है। ऐसे में एथलीट्स हो या फिटनेस प्रेमी को ज्यादा प्रोटीन की जरूरत होती है। ऐसे में प्रोटीन सप्लीमेंट्स काफी लाभकारी हो सकते हैं। दरअसल, प्रोटीन सप्लीमेंट्स मसल्स की रिकवरी और उन्हें रिपेयर करने में मदद करते हैं और नए मसल्स के निर्माण को बढ़ावा देते हैं।

  1. मसल ग्रोथ में मददगार 

जो एथलीट अपना वजन बढ़ाना चाहते हैं, उन्हें प्रोटीन सप्लीमेंट से लाभ मिल सकता है। दरअसल, कई स्टडीज में यह बात सामने आयी है कि डेली प्रोटीन सप्लीमेंट लेने वालों में समय के साथ ज्यादा मसल्स ग्रोथ होती है। ऐसे में जो फिटनेस प्रेमी और एथलीट्स मसल्स ग्रोथ का सोच रहे हैं उन्हें अपनी डेली के डाइट के साथ-साथ प्रोटीन सप्लीमेंट्स को भी अपने रूटीन में शामिल करना चाहिए। 

  1. ताकत और स्टेमिना में सुधार

प्रोटीन सप्लीमेंट्स शरीर को आवश्यक अमीनो एसिड प्रदान करते हैं, जिससे एथलीट अधिक एनर्जेटिक महसूस करते हैं और उनकी स्टेमिना भी बढ़ती है। दरअसल, नियमित प्रोटीन लेने से ताकत बढ़ती है और जब इसे रेसिस्टेन्स वर्कआउट के साथ लिया जाता है तो इससे और अच्छे रिजल्ट्स सामने आते हैं। प्रोटीन सप्लीमेंट्स खासतौर से वर्कआउट करने वाले, वेट लिफ्टिंग करने वाले, फुटबॉल और रनिंग यानी दौड़ने वाले स्पोर्ट्स पर्सन के लिए और ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। 

  1. चोटों से जल्दी रिकवरी

हेवी वर्कआउट और खेलते, दौड़ते वक्त स्पोर्ट्स पर्सन या एथलीट को अक्सर मांसपेशियों में दर्द और छोटी-मोटी चोटें लग जाती हैं। ऐसे में प्रोटीन सप्लीमेंट्स इनसे जल्दी उबरने में मदद करते हैं और मसल्स को आराम और ताकत देते हैं।

  1. वेट यानी वजन को मैनेज करने के लिए 

जो लोग मांसपेशियों को बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए प्रोटीन सप्लीमेंट्स कैलोरी की सही मात्रा प्रदान करते हैं। वहीं, जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, वे इन्हें लो-कैलोरी डाइट के साथ ले सकते हैं ताकि भूख कम लगे और शरीर में फैट घटे। दरअसल, प्रोटीन भूख को कम करने का काम करता है और पेट को देर तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे ओवर ईटिंग करने की या जंक फूड्स की क्रेविंग कम हो जाती है और वजन बढ़ने का जोखिम भी कम हो जाता है। 

डाइट में प्रोटीन सप्लीमेंट्स शामिल करने के तरीके - How To Add Protein Supplements In Hindi

जैसे कि हमने पहले ही जानकारी दी है कि प्रोटीन सप्लीमेंट्स वर्कआउट करने वालों के लिए, एथलीट्स के लिए एक बहुत अच्छा और फायदेमंद चीज है। हालांकि, इसके फायदे तभी देखने को मिल सकते हैं जब आप इसे सही तरीके से अपनी डाइट का या डेली रूटीन का हिस्सा बनाएंगे। तो आइये आर्टिक्ल के इस खास सेक्शन में हम डाइट या डेली रूटीन में प्रोटीन सप्लीमेंट्स शामिल करने से जुड़े सुझाव दे देते हैं। 

  1. सबसे पहले अपने प्रोटीन की जरूरत को समझें 

सबसे पहले, आपको यह जानना होगा कि आपके शरीर को कितने प्रोटीन की जरूरत है।  आमतौर पर, वर्कआउट के टाइप और वर्कआउट कितना हेवी या तीव्र है उसके आधार पर, एथलीटों को शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम 1.2 से 2.0 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए। आप हमारे खास आर्टिकल 'आपके शरीर को डेली कितना प्रोटीन चाहिए' पर क्लिक करके भी इस बारे में पूरी जानकारी ले सकते हैं। इसके अलावा, बेहतर है कि आप किसी एक्सपर्ट या डाइटीशियन या न्यूट्रीशिनिष्ट से बात करके आप अपनी प्रोटीन के जरूरत को जानें। 

  1. सही प्रोटीन डाइट में शामिल करें 

प्रोटीन सप्लीमेंट्स कई तरह के होते हैं, ऐसे में अपनी जरूरत के अनुसार आपको सही प्रोटीन सप्लीमेंट्स सेलेक्ट करने की जरूरत है। वर्कआउट के बाद मसल्स रिकवरी के लिए, व्हे प्रोटीन रेकमेंड की जाती है। हालाँकि, सोने से पहले कैसिइन बहुत फायदेमंद होगा क्योंकि यह रात में नींद के दौरान मसल्स के रिकवरी और रेजनरेशन को बढ़ाता है। ऐसे में आप अपनी हेल्थ और फिटनेस गोल को ध्यान में रखते हुए सही प्रोटीन सप्लीमेंट का ध्यान रखें। 

अगर आप व्हे प्रोटीन लेने का सोच रहे हैं तो आप Nakpro Nutrition brand के व्हे प्रोटीन को ऑप्ट कर सकते हैं। यहां बिगिनर्स से लेकर प्रोफेशनल तक के हर व्यक्ति के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट्स के कई ऑप्शंस मौजूद हैं।  

  1. प्रोटीन के सेवन का समय ध्यान रखना भी जरूरी है 

प्रोटीन सप्लीमेंट्स के फायदे सही तरीके से मिले, इसके लिए प्रोटीन सप्लीमेंट्स लेने का समय भी काफी मायने रखता है। अगर प्रोटीन का सेवन वर्कआउट के 30 मिनट से लेकर 2 घंटे के बीच किया जाए तो यह प्रभावी होता है। हालांकि, यहां भी शरीर के जरूरत और प्रोटीन सप्लीमेंट्स लेने के गोल पर निर्भर करता है। आप हमारे खास आर्टिकल 'बेहतर रिजल्ट के लिए व्हे प्रोटीन का सेवन करने का सबसे अच्छा समय' में आपको व्हे प्रोटीन लेने के सही समय से जुड़ी डिटेल जानकारी मिल सकती है। 

  1. प्रोटीन के साथ अन्य पोषक तत्व भी हैं जरूरी 

सिर्फ प्रोटीन सप्लीमेंट्स ही नहीं, बल्कि इसके साथ अन्य पोषक तत्व भी शरीर के लिए काफी जरूरी हैं। अच्छे रिजल्ट्स के लिए, प्रोटीन को अन्य मैक्रोन्यूट्रिएंट्स के साथ लिया जाना चाहिए। व्यायाम के बाद कार्बोहाइड्रेट के साथ प्रोटीन का सेवन मसल्स रिकवरी के प्रोसेस को तेज कर देता है, जिससे मसल्स रिपेयर जल्दी हो सकते हैं। ऐसे में पालक और बेरी स्मूदी या केले के साथ प्रोटीन सप्लीमेंट्स डालकर शेक बनाएं और ऐसे ही अन्य जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर विकल्प पर भी विचार करें।

  1. क्वालिटी का ध्यान रखें 

प्रोटीन सप्लीमेंट्स खरीदने से पहले अच्छे से मार्किट रिसर्च करें क्योंकि मार्केट में आजकल कई तरह के प्रोटीन सप्लीमेंट ब्रांड्स मौजूद हैं। ऐसे में प्रोटीन सप्लीमेंट की क्वालिटी एक और फैक्टर्स है जिसे ध्यान में रखना चाहिए। हर प्रोटीन सप्लीमेंट को एक जैसे या एक ही तरह से नहीं बनाया जाता है, कई बार प्रोटीन सप्लीमेंट्स में आर्टिफिशियल फ्लेवर या एक्स्ट्रा एडेड शुगर यानी चीनी भी मिलाया जाता है। ऐसे में आपको प्रोडक्ट और ब्रांड के बारे में पूरी जानकारी रखकर और प्रोडक्ट के पैक में लिखे सारे सामग्रियों के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी पढ़कर ही प्रोटीन सप्लीमेंट्स खरीदना चाहिए ताकि आपको इससे फायदे मिले न कि नुकसान। 

  1. अपने हेल्थ या अपने शरीर के सिग्नल्स को समझें 

जरूरी नहीं कि एक ही प्रोटीन सप्लीमेंट सभी के लिए लाभ्कारी हो या एक जैसा काम करे। कई बार ऐसा होता है कि जो प्रोटीन सप्लीमेंट एक एथलीट के लिए कारगर हो, वो दूसरे के लिए कारगर नहीं हो। प्रोटीन सप्लीमेंट के प्रति आपका शरीर किस तरह रियेक्ट करता है, इस बारे में पूरा ध्यान रखें। अगर प्रोटीन सप्लीमेंट्स लेने के बाद आपको स्ट्रेंथ मिलता, स्टेमिना बेहतर होती है और वर्कआउट के बाद आप अच्छा महसूस करते हैं तो इसका मतलब है कि आप सही सप्लीमेंट ले रहे हैं। हालांकि, प्रोटीन सप्लीमेंट लेने के बाद अगर आपको अच्छा नहीं लगता है या आपको किसी तरह के लक्षण बेचैनी या शरीर में कोई अन्य लक्षण या संकेत दिखाई देते हैं तो आप तुरंत प्रोटीन सप्लीमेंट बंद कर डॉक्टर या एक्सपर्ट से सलाह लें। 

निष्कर्ष:

तो इस खास आर्टिकल के अंत में हमने यह जाना कि प्रोटीन सप्लीमेंट्स की शरीर और स्वास्थ्य के लिए अपने अलग ही फायदे हैं। हालांकि, बिना इसके बारे में ज्यादा रिसर्च किये सेवन करने से इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। इसलिए बेहतर प्रोटीन सप्लीमेंट्स लेने से पहले आप अपने रूटीन और जरूरतों पर पूरा ध्यान दें और उसी अनुसार अपने लिए एक अच्छा प्रोटीन सप्लीमेंट लें।